सी डी एस (CDS)

CDS परीक्षा की जानकारी

CDS:-संयुक्त रक्षा सेवा
संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा सेना में अधिकारी के पद पर नियुक्ति का माध्यम होता है। इसके तहत प्रशिक्षण के बाद निर्धारित रैंकिंग पर नियुक्ति की जाती है।स्नातक के बाद सेना में जाने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों के लिए यह परीक्षा काफी महत्वपूर्ण होती है। इसमें सीटें सीमित होने के कारण परीक्षा स्तर कठिन होता है।इस परीक्षा के आधार पर चयनित महिलाओं को अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी), चेन्नई में प्रशिक्षण दिया जाता है।उन्हीं पुरुषों को सेना की विभिन्न विंगों के तहत अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी), चेन्नई, वायु सेना अकादमी (एयर फोर्स एकेडमी), हैदराबाद, भारतीय नौसेना अकादमी (इंडियन नेवल एकेडमी), झझीमाला और भारतीय सैनिक अकादमी (इंडियन मिलिट्री एकेडमी), देहरादून में प्रशिक्षण दिया जाता है।
नियम और जिम्मेदारियां
कमीशन प्राप्त करने के बाद से अधिकारी 6 माह की अवधि तक परीवीक्षाधीन होगा।इसके तहत नियुक्ति भारत या विदेश कहीं भी की जा सकती है। अल्पकालीन सेवा कमीशन 14 वर्ष की अवधि के लिए प्रदान किया जाता है।प्रारंभ में दस वर्ष होता है, जिस अधिकारी को सेवा के लिए शारीरिक व मानसिक रूप से योग्य पाए जाने पर 04 वर्ष के लिए बढ़ा दिया जाता है। सेवा संबंधी अन्य सभी शर्ते वहीं होती हैं, जो नियमित अफसरों के लिए होती हैं।भारतीय सैनिक अकादमी में आर्मी कैडेट को 'जैंटलमैन कैडेट' का नाम दिया जाता है, उन्हें 18 माह के लिए कड़ा प्रशिक्षण दिया जाता है। ताकि वे इंफेट्री के उप-यूनिटों का नेतृत्व करने के योग्य बन सकें।प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद जैंटलमैन कैडेट को लेफ्टिनेंट के रूप में कमीशन प्रदान किया जाता है, बशर्ते कि एसएचपीई शारीरिक रूप से स्वस्थ हो।
वेतनमान
कैडेट को प्रशिक्षण के दौरान 21,000 रुपये प्रतिमाह (15,600 रुपये पे बैंड के वेतन के रूप में और 5,400 रुपये का ग्रेड पे) की वृत्तिका दी जाती है।इसके बाद रैंक के आधार पर नियुक्ति के अनुसार वेतनमान देय होता है।
शैक्षणिक योग्यताएँ
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (U.G.C) की धारा 1956, द्वारा मान्यता प्राप्त, किसी राज्य अथवा केंद्रीय विश्वविद्यालय, या डीम्ड विश्वविद्यालय द्वारा बीएससी, (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित) व इंजीनियरिंग अथवा समकक्ष की डिग्री।

ऐसे छात्र जो बीएससी, इंजीनियरिंग अथवा समकक्ष परीक्षा के परिणाम का इंतजार कर रहे हैं या अंतिम वर्ष में हैं, वो प्रारंभिक परीक्षा में बैठ सकते है । लेकिन मुख्य परीक्षा में शामिल होने के पूर्व उन्हें आवेदन पत्र के साथ न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता की डिग्री संलग्न करना आवश्यक है ।

विशेष परिस्थिति में आयोग (U.P.S.C) ऐसे छात्रों को भी परीक्षा में बैठने की अनुमति दे सकता है जो निर्धारित योग्यता धारण नहीं करते हैं लेकिन आयोग की नजर में उनकी डिग्री न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता के समकक्ष है ।
एग्जाम पैटर्न
प्रथम चरण
परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रकार के प्रश्न पूछे जाएंगे।प्रारंभिक गणित के प्रश्न 10वीं कक्षा के स्तर के होंगे।इसके अतिरिक्त अन्य विषयों में भारतीय विश्वविद्यालय के स्नातक स्तर के प्रश्न पूछे जाएंगे।परीक्षा में निगेटिव मार्किंग का भी प्रावधान है।प्रत्येक गलत जवाब पर निर्धारित अंक का एक तिहाई अंक काटा जाएगा।सामान्य ज्ञान और प्रारंभिक गणित के प्रश्नपत्र हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेजी में भी तैयार किए जाएंगे।
द्वितीय चरण
ब़ुद्धि और व्यक्तित्व परीक्षण
सेवा चयन बोर्ड (एसएसबी) की प्रक्रिया दो चरणों की होती है।पहले चरण में पास होने वाले आवेदकों को ही दूसरे चरण में शामिल होने दिया जाता है।चरण-I: इस चरण में अधिकारी बुद्धिमत्ता रेटिंग (ओआईआर), परीक्षण चित्र बोध (पिक्चर परसेप्शन), विवरण परीक्षण (पीपी एवं डीटी) शामिल होते हैं। उम्मीदवारों को ओआईआर परीक्षण तथा पीपी एवं डीटी में उनके संयुक्त रूप में कार्यनिष्पादन के आधार पर सूचीबद्ध किया जाएगा।चरण-II: इसके अंतर्गत साक्षात्कार, ग्रुप टेस्टिंग अधिकारी टास्क, मनोविज्ञान परीक्षण तथा सम्मेलन (कांफ्रेंस) आते हैं।उम्मीदवार के व्यक्तित्व का आकलन 3 आकलनकर्ताओं ग्रुप टेस्टिंग अधिकारी, साक्षात्कार अधिकारी व मनोविज्ञान के आधार पर किया जाता है।

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